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Saturday, August 25, 2012

खोज करते हुए



लाल पैरों पर अर्पित सफेद कमल
हम पश्चाताप  के साथ
व्याख्या करते हुए
आत्म-प्रताड़ना शुरू कर देते है

एक निश्ठुर रात्रि के बाद
दिन रो रहा था
जब तुम एक सोने के चम्मच के साथ
खेलते रहोगे तो
रोटी कहाँ से आयेगी

इस सुबह मैं फिर दिल  में
एक छेद कर रहा हूँ
क्या ·माया सभ्यता का पंचाग सही था ?
सूर्य बहुत मद्धम संगीत क्यों बजा रहा है ?

मैं एक तालाबन्द भगवान
के निकट पहुँच रहा हूँ


सतीश वर्मा
· मध्य अमरीका की एक प्राचीन सभ्यता माया के काल में छटी शताब्दी में निर्मित एक पंचाग में भविष्यवाणी की गई थी कि इस संसार का अन्त 2012 ईसवी में हो जायेगा  

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