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Sunday, September 16, 2012

कंटीलापन


एक आरोही सुन्नता में,
रात्रि में तुम साफ़ साफ़ सोचने लगते हो
और उस अर्धचाँद की तरफ देखते हो
जो मद्धम रोषनी में छायाचित्रों को फेंक रहा था
अपनी जड़ों का अपमान करते हुए
उस डूबती लपट का पूर्वानुमान करते हो
फिर अपनी कविताआे में व्यथित होने लगते हो
बढ़ती हुई निश्फलता जैसे सतह से उठती हुई
पीड़ा में · इकेरस की छाया   बिना
प्रष्नों का एक उत्तर मृत्यु का मुखौटा पहने हुए   क्या
यह एक प्रिज्म़ लिये हुए संवृत-स्थान के प्यार की
कल्पना थीसंगमरमरी गोलाइयाँ पिघलने
लगी हैं   खतरा सामने है
तुम्हें इसकी गन्ध महसूस होती  है
टूषे   विरोधी का हमला कारगर हुआ है

सतीश वर्मा


· यूनान की पौराणिक एक कथा में इकेरस एक प्रसिद्ध षिल्पी, काश्टकारी के जनक, डेडलस का बेटा था जो क्रेट की ज़ेल  से जब भाग रहा था तो इसके पिता ने उसे पँख बना कर दिये थे लेकिन इकेरस सूर्य के बहुत निकट पहुँच गया और मारा गया क्याेंकि पँखों को चिपकाने वाली मोम पिघल गयी थी

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