हर रात यह देह
एक चाकू बन जाती है
खून और घबराये हुए
बदन का अपराध-स्थल
एक मेमना अपनी ऊन बिछा देता है
किसी सिर के पुरजोर हमले पर
गणित के उपहार के साथ
आकाश में एक चाँद तैरता है कटआऊट
एक मियक की सन्तप्त छाया जैसे
एक सन्तप्त रसायन की गहराई में
अनन्त शून्यता अन्धेरे को चूमेगी
मेरी नेत्रहीनता बन जायेगी एक पथ्य
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