तुम्हारे रिसते खून के पीछे आते भेड़िये
को टालने के लिये
तुम उत्पीड़ित होकर
मलबे को छानते हो
एक डर की परछाई
पीले गुनाह के अन्यत्व पर आबद्ध
धमकाती है, सफेद खौफ का
एक आत्महत्या नोट
अब तुम अपने कम्पनों से बाहर आ गये हो
मृतजात, अनिश्चित काल तक
तुम्हारी गर्दन के चारों तरफ लिपटी हुई
नाभिनाल, गला घोंट रही है, भींच रही है
प्रश्नकर्ता को आघात देने के बाद
मैं गहरे पानी में पैठ गया हूँ
अब तुम्हारा शरीर अविश्वास और आतंक की नाव बन गया है
बीजों और पक्षियों के साथ सहयोग
करके सच्चाई के पार, मैं अपनी कला
पर खेद जताने लगता हूँ
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